जब सीना गम से बोझल हो और याद किसी कि आती हो
तुब कमरे मे बंद हो जाना और चुपके चुपके रो लेना
जुब आंखें बागी हो जाये और याद मे मेरी भरे आहें
फिर खुद को धोखा मत देना और चुपके चुपके रो लेना
जब पलके कुर्ब से मुंदी हो और तुम्हे मैं सताऊ तो
फिर मुँह पे तकिया रख लेना और चुपके चुपके रो लेना
यह दुनिया ज़ालिम दुनिया है, यह बात बुहत बनाएगी
तुम सामने सब के चुप रहना और चुपके चुपके रो लेना
जब बारिश चेहरा धो डाले और अश्क भी बूंदे लगने लगे
वो लम्हा हरगिज़ मत खोना और चुपके चुपके रो लेना....
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