Monday, April 7, 2008

मुझसे कहती थी वो...!!!!!!!!!1



मुझसे कहती थी वो...


के इश्क नही होता किसी से !!!


मोहब्बत नही होती किसी से !!!




प्यार तो दो पल का भ्रम होता है,


कोई किसी पे उम्र भर मरता नही....


शुरुवात मी बड़ी-बड़ी कसम खाते है ये लोग,


लेकिन उन्हें निभाते नही है ये लोग,


प्यार में धोके दे जाते है प्यार करने वाले....


बेवफाई करके किसी और का हाथ थम लेते है ये लोग!!!




मुझसे भी कहती थी वो....


के इश्क नही होता किसी से !!!


मोहब्बत नही होती किसी से !!!




मगर मैंने भी कहा के


मुझे इश्क है, सिर्फ़ और सिर्फ़ तुझी से.....


मुझसे कहती थी वो की में उसे छोड़ दूँ,


उसके बिना रहने की आदत अपने आप में दाल लूँ,




मुझसे कहती थी वो,


के मेरे बिना रह लेगी वो,


मुझसे बिना मिले जी लेगी वो,


चाहती थी मुझे फ़िर भी ऐसा कहती थी वो,


न जाने किस बात से डरती थी वो......




दूर होना चाह जब मैंने उससे,


तो मुझी से लिपट गई वो,


मेरा बिना रहने से मुकर गई वो.....



फ़िर भी मुझे कहती है वो,


के इश्क नही होता किसी से !!!!!!


मोहब्बत नही होती किसी से !!!!!!


Friday, April 4, 2008

"आज किया ज़िक्र किसी ने जो तुम्हारा"

आज किया ज़िक्र किसी ने जो tumhaaraa

हलके हलके से फिर तुम याद आने लगे॥

मैं पुरानी बातोँ के समंदर मैं डूबने लगा

दिल मैं एक बार फिर तुम उतरने लगे ॥

पलकों के दरवाज़े को बंद किया मैंने

और आंसू बन के तुम आँखों से बहने लगे ॥

बेबसी इतनी के मेरे हाथ उठ गए

दोबारा अल्लाह से तुम्हें मांगने लगे॥

ज़िक्र तुम्हारा सुन कर एक बार फिर

मरे जज्बात तुम्हारी tamanna करने लगे॥

बना के तस्वीर तेरी मेरे जेहन मैं

मेरे टूटे अरमान रोने लगे॥

पा के तुम्हें khwabon मैं हम

जाग के फिर तुम्हें khone लगे ॥

वादा चाहता हूँ तकदीर से यह

के बदल दे वह जो होने लगे॥

NOTE- some formatting problem in my internet that's why some words in english .

चुप्पी भी मोहब्बत की जुबान होती हैं...................................

चुप्पी भी मोहब्बत की जुबान होती हैं...................................
प्यार की सचाई निगाहों से बयां होती हैं ..........

महबूब न आए तो चुभन सी होती है दिल मैं.......
उसके आने से हर तमन्ना दिल की जवान होती हैं........

सब तकदीरों का खेल है यारों ............

हर किसी पे कहाँ यह मोहब्बत मेहरबान होती है ............
मिलना बिछड़ना खेल है तकदीर का ..........

जला जो मैं दर्द ऐ मोह्हबत में तो ..........
हर तमन्ना दिल में धुआ होती है......... !!!!