जिए हुए लम्हों को ज़िन्दगी कहते है,
जो दिल को सुकून दे उसे खुसी कहते है,
जिस के होने की खुसी से ज़िन्दगी मिले,
ऐसे रिश्ते को हम दोस्ती कहते है.
This blog contains my poems And I think that only my poems can describe me better.
Monday, May 9, 2011
तेरे नाम कर दूँ............
अपनी ज़िन्दगी की हर शाम तेरे नाम कर दूं,
तेरी ही आँखों का जाम तेरे नाम कर दूं,
मैं डूब जाऊं तेरी इन झील सी गहरी आँखों में,
फिर अपनी बर्बादी का इलज़ाम तेरे नाम कर दूं,
मैं अपनी रूह को तेरे वजूद में भर दूँ,
फिर अपनी ज़ात अपना हर पयाम तेरे नाम कर दूँ...
तेरी ही आँखों का जाम तेरे नाम कर दूं,
मैं डूब जाऊं तेरी इन झील सी गहरी आँखों में,
फिर अपनी बर्बादी का इलज़ाम तेरे नाम कर दूं,
मैं अपनी रूह को तेरे वजूद में भर दूँ,
फिर अपनी ज़ात अपना हर पयाम तेरे नाम कर दूँ...
त्तितली जो एक मुझ को मिली थी किताब में....
त्तितली जो एक मुझ को मिली थी किताब में
वोह अपना अक्स छोडः गयी मेरे खुवाब में
अब तक वोह मेरे ज़हन में उलझा सवाल है
शामिल रही जो हर घरी मेरे निसाब में
आँखों में नींद है न कोई खवाब दूर तक
रहते हैं हम भी आज कल वैसे अज़ाब में
मिलता है गर्दिशों से गले लग के चाँद भी
आये थे सिमट के फासले कितने सराब में
आखिर मेरी वफ़ा का मुझे क्या सिला मिला
लिखा न एक हर्फ़ भी उस ने जवाब में
वोह अपना अक्स छोडः गयी मेरे खुवाब में
अब तक वोह मेरे ज़हन में उलझा सवाल है
शामिल रही जो हर घरी मेरे निसाब में
आँखों में नींद है न कोई खवाब दूर तक
रहते हैं हम भी आज कल वैसे अज़ाब में
मिलता है गर्दिशों से गले लग के चाँद भी
आये थे सिमट के फासले कितने सराब में
आखिर मेरी वफ़ा का मुझे क्या सिला मिला
लिखा न एक हर्फ़ भी उस ने जवाब में
Friday, May 6, 2011
यह जलते होंठ ये नींद में डूबी हुई आँखें.............!!!!!!
अभी तो रात बाकी है यह ढल जाये तो सो जाना
घरी भर को दिल-इ-नादाँ जब संभल जाये तो सो जाना
यह जलते होंठ ये नींद में डूबी हुई आँखें
मुझे सोने नहीं देती तुम्हारी ये अध् खुली आँखें
ज़रा ठहरो मुझे भी नींद आ जाये तो सो जाना
हसीं हो तुम तुम्हे क्या ग़म तुम्हे तो नींद प्यारी है
हमारा हाल मत पूछो क्यों के हम पर ये रात भरी है
हमारे सर क़यामत है यह ताल जाये तो सो जाना
अभी तो रात बाकी है यह ढल जाये तो सो जाना
घरी भर को दिल-इ-नादाँ जब संभल जाये तो सो जाना
यह जलते होंठ ये नींद में डूबी हुई आँखें
मुझे सोने नहीं देती तुम्हारी ये अध् खुली आँखें
ज़रा ठहरो मुझे भी नींद आ जाये तो सो जाना
हसीं हो तुम तुम्हे क्या ग़म तुम्हे तो नींद प्यारी है
हमारा हाल मत पूछो क्यों के हम पर ये रात भरी है
हमारे सर क़यामत है यह ताल जाये तो सो जाना
अभी तो रात बाकी है यह ढल जाये तो सो जाना
कोई एक होता है जो समां जाता है दिल में ............!!!!!!
चाहे जाने की किसे हसरत नहीं होती
मगर हर किसी की ऐसी किस्मत नहीं होती,
कोई एक होता है जो समां जाता है दिल में
हर किसी से तो यूँ मोहब्बत नहीं होती,
प्यार खरीदना है तो खरीदो प्यार से
ये जज्बा है अनमोल इसकी कीमत नहीं होती,
तुम भूल गए हो तो ये और बात है,
वरना भूल जाना हर किसी की आदत नहीं होती,
तुमको देखने से जो मिलता है दिल को सरूर
किसी और को देखने से वो रहत नहीं होती....
इस पल में कितनी जिन्दगी है...................
हर पल में प्यार है,
हर लम्हे में ख़ुशी है,
खो दो तो यादे है
जी लो तो ज़िन्दगी है,
ये मत सोचो के
ज़िन्दगी में कितने पल है,
ये देखो के
इस पल में कितनी जिन्दगी है...................
हर लम्हे में ख़ुशी है,
खो दो तो यादे है
जी लो तो ज़िन्दगी है,
ये मत सोचो के
ज़िन्दगी में कितने पल है,
ये देखो के
इस पल में कितनी जिन्दगी है...................
Thursday, May 5, 2011
तेरी मोहब्बत में ऐसे हुए है दीवाने............
जब से देखा है तेरी आँखों में झांक कर
कोई भी आइना अच नहीं लगता
तेरी मोहब्बत में ऐसे हुए है दीवाने के
तुम्हे कोई और देखे तो Aच्छा नहीं लगता..
कोई भी आइना अच नहीं लगता
तेरी मोहब्बत में ऐसे हुए है दीवाने के
तुम्हे कोई और देखे तो Aच्छा नहीं लगता..
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।
फिजा ने जब कोई खुशबू बिखेरी है,
हवा जब मस्त हो कर गुनगुनाई है,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।
चमन को जब बहारों ने सजाया है,
किसी गुल ने जब हज़ारों को लजाया है,
कलि जब फूल बन कर मुस्कराई है,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।
गुलाबी जब हुए रुखसार के बादल,
किसी ने जब हया से नज़र जुकाई है,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।
तेरी याद, तेरी याद और सिर्फ तेरी याद,
हमेशा दिल के पास रहती है तेरी याद,
जब भी खुदा से की है कोई फरियआड़,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है
हवा जब मस्त हो कर गुनगुनाई है,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।
चमन को जब बहारों ने सजाया है,
किसी गुल ने जब हज़ारों को लजाया है,
कलि जब फूल बन कर मुस्कराई है,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।
गुलाबी जब हुए रुखसार के बादल,
किसी ने जब हया से नज़र जुकाई है,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।
तेरी याद, तेरी याद और सिर्फ तेरी याद,
हमेशा दिल के पास रहती है तेरी याद,
जब भी खुदा से की है कोई फरियआड़,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है
मुझ को भी इतने लोगों में तन्हा बना दिया............!!!!!!!!!!
सब से छुप कर दर्द से जो वो मुस्कुरा दिया
उस की हंसी ने तो आज मुझे रुला दिया
लाहजइ से उठ रहा था हर इक दर्द का धुंआ
चेहरा बता रहा था के कुछ गँवा दिया
आवाज़ में दर्द था आँखों में नमी थी
और कह रहा था के मईने सब कुछ भुला दिया
जाने क्या उस को लोगों से थें शिकायतेन
तन्हाइयों के देश में खुद को बसा दिया
खुद भी वो हम से बिछर कर अधुरा सा हो गया
मुझ को भी इतने लोगों में तन्हा बना दिया
उस की हंसी ने तो आज मुझे रुला दिया
लाहजइ से उठ रहा था हर इक दर्द का धुंआ
चेहरा बता रहा था के कुछ गँवा दिया
आवाज़ में दर्द था आँखों में नमी थी
और कह रहा था के मईने सब कुछ भुला दिया
जाने क्या उस को लोगों से थें शिकायतेन
तन्हाइयों के देश में खुद को बसा दिया
खुद भी वो हम से बिछर कर अधुरा सा हो गया
मुझ को भी इतने लोगों में तन्हा बना दिया
कहाँ मिलता है...............!!!!!!!!!!!
प्यार का हक है
ज़माने में सभी को लेकिन
प्यार करने का सिला
सब को कहाँ मिलता है
यह भी क्या कम है के
कुछ देर को हम हंस तो लिए
यह मुक्क़द्दर भी भला
सब को कहाँ मिलता है
हाल कुछ ऐसा है के
चाहें भी तो सुना न सकें
अपनी रूठी हुई किस्मत को
मन भी न सकें
आज यह सोच के
समझा लिया दिल को हमने
के तरपने का मज़ा
सब को कहाँ मिलता है
ऐसे भी लोग हैं जो
पल में बदल जाते हैं
एक हम हैं के जो
खवाबों से बहल जाते हें
कितने अरमान थे
मंजिल पर पहुँचने के मगर
अपनी मंजिल का पता सब को
कहाँ मिलता है
ज़माने में सभी को लेकिन
प्यार करने का सिला
सब को कहाँ मिलता है
यह भी क्या कम है के
कुछ देर को हम हंस तो लिए
यह मुक्क़द्दर भी भला
सब को कहाँ मिलता है
हाल कुछ ऐसा है के
चाहें भी तो सुना न सकें
अपनी रूठी हुई किस्मत को
मन भी न सकें
आज यह सोच के
समझा लिया दिल को हमने
के तरपने का मज़ा
सब को कहाँ मिलता है
ऐसे भी लोग हैं जो
पल में बदल जाते हैं
एक हम हैं के जो
खवाबों से बहल जाते हें
कितने अरमान थे
मंजिल पर पहुँचने के मगर
अपनी मंजिल का पता सब को
कहाँ मिलता है
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