तेरी कसम अभी तक सोये नहीं हम
रोने को दिल करता है पर रोये नहीं हम
याद ना करे तुम को और सो जाएँ हम
इतने बेवफा अभी हुए नहीं हम
यादों भरे लम्हे.........
This blog contains my poems And I think that only my poems can describe me better.
Friday, June 3, 2011
Monday, May 9, 2011
दोस्ती कहते है.................
जिए हुए लम्हों को ज़िन्दगी कहते है,
जो दिल को सुकून दे उसे खुसी कहते है,
जिस के होने की खुसी से ज़िन्दगी मिले,
ऐसे रिश्ते को हम दोस्ती कहते है.
जो दिल को सुकून दे उसे खुसी कहते है,
जिस के होने की खुसी से ज़िन्दगी मिले,
ऐसे रिश्ते को हम दोस्ती कहते है.
तेरे नाम कर दूँ............
अपनी ज़िन्दगी की हर शाम तेरे नाम कर दूं,
तेरी ही आँखों का जाम तेरे नाम कर दूं,
मैं डूब जाऊं तेरी इन झील सी गहरी आँखों में,
फिर अपनी बर्बादी का इलज़ाम तेरे नाम कर दूं,
मैं अपनी रूह को तेरे वजूद में भर दूँ,
फिर अपनी ज़ात अपना हर पयाम तेरे नाम कर दूँ...
तेरी ही आँखों का जाम तेरे नाम कर दूं,
मैं डूब जाऊं तेरी इन झील सी गहरी आँखों में,
फिर अपनी बर्बादी का इलज़ाम तेरे नाम कर दूं,
मैं अपनी रूह को तेरे वजूद में भर दूँ,
फिर अपनी ज़ात अपना हर पयाम तेरे नाम कर दूँ...
त्तितली जो एक मुझ को मिली थी किताब में....
त्तितली जो एक मुझ को मिली थी किताब में
वोह अपना अक्स छोडः गयी मेरे खुवाब में
अब तक वोह मेरे ज़हन में उलझा सवाल है
शामिल रही जो हर घरी मेरे निसाब में
आँखों में नींद है न कोई खवाब दूर तक
रहते हैं हम भी आज कल वैसे अज़ाब में
मिलता है गर्दिशों से गले लग के चाँद भी
आये थे सिमट के फासले कितने सराब में
आखिर मेरी वफ़ा का मुझे क्या सिला मिला
लिखा न एक हर्फ़ भी उस ने जवाब में
वोह अपना अक्स छोडः गयी मेरे खुवाब में
अब तक वोह मेरे ज़हन में उलझा सवाल है
शामिल रही जो हर घरी मेरे निसाब में
आँखों में नींद है न कोई खवाब दूर तक
रहते हैं हम भी आज कल वैसे अज़ाब में
मिलता है गर्दिशों से गले लग के चाँद भी
आये थे सिमट के फासले कितने सराब में
आखिर मेरी वफ़ा का मुझे क्या सिला मिला
लिखा न एक हर्फ़ भी उस ने जवाब में
Friday, May 6, 2011
यह जलते होंठ ये नींद में डूबी हुई आँखें.............!!!!!!
अभी तो रात बाकी है यह ढल जाये तो सो जाना
घरी भर को दिल-इ-नादाँ जब संभल जाये तो सो जाना
यह जलते होंठ ये नींद में डूबी हुई आँखें
मुझे सोने नहीं देती तुम्हारी ये अध् खुली आँखें
ज़रा ठहरो मुझे भी नींद आ जाये तो सो जाना
हसीं हो तुम तुम्हे क्या ग़म तुम्हे तो नींद प्यारी है
हमारा हाल मत पूछो क्यों के हम पर ये रात भरी है
हमारे सर क़यामत है यह ताल जाये तो सो जाना
अभी तो रात बाकी है यह ढल जाये तो सो जाना
घरी भर को दिल-इ-नादाँ जब संभल जाये तो सो जाना
यह जलते होंठ ये नींद में डूबी हुई आँखें
मुझे सोने नहीं देती तुम्हारी ये अध् खुली आँखें
ज़रा ठहरो मुझे भी नींद आ जाये तो सो जाना
हसीं हो तुम तुम्हे क्या ग़म तुम्हे तो नींद प्यारी है
हमारा हाल मत पूछो क्यों के हम पर ये रात भरी है
हमारे सर क़यामत है यह ताल जाये तो सो जाना
अभी तो रात बाकी है यह ढल जाये तो सो जाना
कोई एक होता है जो समां जाता है दिल में ............!!!!!!
चाहे जाने की किसे हसरत नहीं होती
मगर हर किसी की ऐसी किस्मत नहीं होती,
कोई एक होता है जो समां जाता है दिल में
हर किसी से तो यूँ मोहब्बत नहीं होती,
प्यार खरीदना है तो खरीदो प्यार से
ये जज्बा है अनमोल इसकी कीमत नहीं होती,
तुम भूल गए हो तो ये और बात है,
वरना भूल जाना हर किसी की आदत नहीं होती,
तुमको देखने से जो मिलता है दिल को सरूर
किसी और को देखने से वो रहत नहीं होती....
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