This blog contains my poems
And I think that only my poems can describe me better.
Sunday, June 28, 2009
मेरा कातिल भी रोयेगा ...............
हर महफिल भी रोएगी हर एक दिल भी रोयेगा जहाँ मेरी कश्ती डूबेगी वहां साहिल भी रोयेगा इतना प्यार बिखेर दूँगा इस सारे ज़माने में की मेरा कत्ल कर के मेरा कातिल भी रोयेगा
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