Thursday, May 5, 2011

मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।

फिजा ने जब कोई खुशबू बिखेरी है,
हवा जब मस्त हो कर गुनगुनाई है,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।

चमन को जब बहारों ने सजाया है,
किसी गुल ने जब हज़ारों को लजाया है,
कलि जब फूल बन कर मुस्कराई है,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।

गुलाबी जब हुए रुखसार के बादल,
किसी ने जब हया से नज़र जुकाई है,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है।

तेरी याद, तेरी याद और सिर्फ तेरी याद,
हमेशा दिल के पास रहती है तेरी याद,
जब भी खुदा से की है कोई फरियआड़,
मुझे उस वक़्त तेरी याद आई है







No comments:

Post a Comment