कभी खुशी से खुशी की तरफ़ नही देखा
वो मेरा है पर उसने मेरी तरफ़ नही देखा
जिंदगी से मिला तो हूँ मगर कुछ इस तरह
मैंने उसकी उसने मेरी तरफ़ नही देखा
उसको देखा था इक बार बड़ी संजीदगी से
उस से बेहतर कोई दूसरा नही देखा
वो मेरा इश्क है या इबादत है मेरी
उस से ज्यादा तो खुदा की तरफ़ नही देखा..
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