Saturday, September 15, 2007

Hamesha Haar Jaata Hoon...............

किसी से प्यार करता हूँ तो हमेशा हार जाता हूँ

में जितनी बार करता हूँ हमेशा हार जाता हूँ



कभी शाम से पहले किसी जाना की आंखों से

ये आँखें चार करता हूँ हमेशा हार जाता हूँ



कभी किसी महफिल मैं वफ़ा की गुफ्तुगू

पर जब तकरार करता हूँ हमेशा हार जाता हूँ



निगाहों में तो दूसरों से बाज़ी जीत जाता हूँ

तो जब इज़हार करता हूँ हमेशा हार जाता हूँ



कई शायद !! इस दफा मुझे अपना बना ले कोई

हमेशा प्यार करता हूँ हमेशा हार जाता हूँ ॥


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