आज उस की याद ने हमें तड़्पाया बहुत
आज ना चाहते हुए भी वो याद आया बहुत
उस के बाद तो जैसे वहशतों से दोस्ती हो गयी
फिर क्यों आज तान्हाइयों ने डराया बहुत
वो मेरा था, मेरा है, मेरा रहेगा
हम ने इस ख़याल से खुद को बहलाया बहुत
शमा के जलने पर हम अफ़सोस करें क्यूँ
हम ने भी मानिंद शमा खुद को जलाया बहुत............
आज ना चाहते हुए भी वो याद आया बहुत
उस के बाद तो जैसे वहशतों से दोस्ती हो गयी
फिर क्यों आज तान्हाइयों ने डराया बहुत
वो मेरा था, मेरा है, मेरा रहेगा
हम ने इस ख़याल से खुद को बहलाया बहुत
शमा के जलने पर हम अफ़सोस करें क्यूँ
हम ने भी मानिंद शमा खुद को जलाया बहुत............
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